हरियाणा में गैंगवार : युवक की हत्या से सनसनी , सोनीपत में हुई हत्या की पूरी कहानी
हरियाणा के सोनीपत में एक और गैंगवार की घटना ने लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है। बीती रात, कुख्यात बदमाश रवि उर्फ मुनिया के भाई बृजेश कुमार की दो अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना में बदमाशों ने लगभग 15 राउंड फायरिंग की, जिससे यह साफ होता है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी। गोलियों की आवाज सुनकर जब तक स्थानीय ग्रामीण बाहर निकले, तब तक बृजेश की जान जा चुकी थी।
बृजेश का पारिवारिक संबंध
बृजेश कुमार (40) का भाई रवि उर्फ मुनिया नीरज बवाना गैंग का शार्प शूटर है। यह गैंग स्थानीय क्षेत्र में अपनी दहशत के लिए जाना जाता है। इस गैंगवार में अब तक चार हत्याएं हो चुकी हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति कितनी बिगड़ चुकी है।
हत्या की वजह
बरोणा गांव की महिला कमला, जो बृजेश की मां हैं, ने बताया कि उनका बेटा रात को टहलने के लिए निकला था। इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उसे घेरकर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। गोलियों की आवाज सुनकर जब लोग बाहर आए, तो दोनों बदमाश बाइक पर भाग खड़े हुए। इस हत्या के पीछे गैंगों के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई का हाथ है।
पुलिस की कार्रवाई
मौके पर पहुंची सोनीपत और खरखौदा थाना पुलिस के साथ-साथ STF और क्राइम ब्रांच की टीमों ने घटना की जांच शुरू की। ACP जीत सिंह बेनीवाल ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने घटना के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला।
खरखौदा थाना प्रभारी अंकित ने बताया कि पुलिस ने कई खोखे और कारतूस भी बरामद किए हैं। बृजेश का शव पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत के सिविल अस्पताल भेजा गया है, जिसकी प्रक्रिया आज यानी मंगलवार को पूरी की जाएगी।
गैंगवार का इतिहास
बरोणा गांव में दो गैंगों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है, जिसने इलाके को असुरक्षित बना दिया है। सबसे पहले रवि उर्फ मुनिया के एक भाई की हत्या हुई थी, जिसका आरोप बरोणा के रवि उर्फ लांबा पर लगा था। इसके बाद लांबा के पिता की हत्या भी की गई, जिसका आरोप रवि उर्फ मुनिया पर था। फिर लांबा के टैक्सी ड्राइवर भाई की हत्या दिल्ली में हुई, और अब बृजेश की हत्या से यह क्रम और भी भयावह हो गया है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि हरियाणा में गैंगवार की स्थिति कितनी गंभीर हो चुकी है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन को इस समस्या को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना बहाल करने के लिए और अधिक सख्ती और जागरूकता की आवश्यकता है।
गैंगों के बीच इस तरह की हिंसा न केवल एक व्यक्ति की जान लेती है, बल्कि पूरे समाज को असुरक्षित बनाती है। ऐसे में, सभी नागरिकों को इस मुद्दे के प्रति जागरूक रहना चाहिए और अपने आस-पास की घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद कर सकें।