ओला इलेक्ट्रिक का ग्रामीण विस्तार, 2025 तक 10,000 नए आउटलेट स्थापित करने की योजना

 

ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है, जिसके तहत कंपनी 2025 के अंत तक भारत के ग्रामीण और छोटे शहरों में 10,000 बिक्री और सेवा आउटलेट स्थापित करेगी। इस कदम का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की पहुंच को बढ़ाना है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अभी भी इलेक्ट्रिक वाहनों की उपस्थिति सीमित है।

ईवी क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम

नेटवर्क साझेदार कार्यक्रम की शुरुआत

ओला इलेक्ट्रिक ने एक नेटवर्क साझेदार कार्यक्रम की शुरुआत की है, जो छोटे और मझोले शहरों में ईवी क्रांति को लाने के लिए है। कंपनी का मानना है कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में तेजी आएगी, यदि वहां उचित बिक्री और सेवा बुनियादी ढाँचा विकसित किया जाए।

भाविश अग्रवाल, ओला इलेक्ट्रिक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, ने कहा, “हमारा डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) मॉडल व्यावसायिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में सफल रहा है। नेटवर्क साझेदार हमारे डी2सी नेटवर्क के लाभ को और बढ़ाएंगे।”

1,000 नए साझेदारों की योजना

कंपनी ने पहले से ही 625 साझेदारों को अपने साथ जोड़ा है और इस साल त्योहारों से पहले 1,000 नए साझेदार जोड़ने की योजना बनाई है। इस साझेदारी के माध्यम से, ओला इलेक्ट्रिक छोटे शहरों में अपने उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।

इलेक्ट्रिक स्कूटर और मोटरसाइकिल की विविधता

ओला इलेक्ट्रिक ने अपने ग्राहकों के लिए विभिन्न मूल्य श्रेणियों में इलेक्ट्रिक स्कूटर और मोटरसाइकिल पेश की हैं। इनकी कीमत 74,999 रुपये से लेकर 1,99,999 रुपये तक है। यह मूल्य विविधता उपभोक्ताओं को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विकल्प चुनने की अनुमति देती है।

ग्राहकों के लिए सुविधाजनक अनुभव

ओला का उद्देश्य केवल बिक्री तक सीमित नहीं है; कंपनी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ग्राहकों को बेहतरीन सेवा भी मिले। नए आउटलेट्स के माध्यम से, कंपनी ग्राहकों को उनकी जरूरत के अनुसार सेवा और सहायता प्रदान करने की योजना बना रही है। इससे ग्राहकों का अनुभव बेहतर होगा और उन्हें ईवी खरीदने में अधिक आत्मविश्वास महसूस होगा।

ग्रामीण इलाकों में संभावित बदलाव

ईवी के लाभ

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ती जा रही है, और ओला इलेक्ट्रिक इस बदलाव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनना चाहती है। इलेक्ट्रिक वाहनों के कई फायदे हैं, जैसे कि कम चलाने की लागत, पर्यावरण के लिए सुरक्षित और सरकार की ओर से दिए जाने वाले विभिन्न सब्सिडी।

ग्रामीण इलाकों में, जहां पारंपरिक ईंधन की लागत बढ़ रही है, इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। ओला की योजना उन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकती है, जहां नए आउटलेट खोले जाएंगे।

 

ओला इलेक्ट्रिक की यह योजना न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है। 2025 तक 10,000 आउटलेट स्थापित करने का लक्ष्य निश्चित रूप से ईवी बाजार में एक नई क्रांति लाएगा। यह कदम दर्शाता है कि ओला इलेक्ट्रिक ग्रामीण और छोटे शहरों में भी इलेक्ट्रिक वाहनों को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अब देखना यह है कि कंपनी इस योजना को कितनी सफलतापूर्वक लागू कर पाती है।

Leave a Comment