अंशिका वर्मा: बिना कोचिंग के UPSC क्रैक करने वाली प्रेरणादायक IPS अफसर

अंशिका वर्मा: बिना कोचिंग के UPSC क्रैक करने वाली प्रेरणादायक IPS अफसर

प्रयागराज की बेटी की सफलता की कहानी

हर साल लाखों युवा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की परीक्षा, जिसे यूपीएससी के नाम से जाना जाता है, की तैयारी करते हैं। इस परीक्षा की कठिनाई और प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, यह परीक्षा केवल मेहनत ही नहीं, बल्कि सही मार्गदर्शन और रणनीति की भी मांग करती है। लेकिन कुछ विशेष प्रतिभाएँ होती हैं, जो बिना किसी बाहरी सहायता के अपनी मेहनत और लगन से सफलता की ऊँचाइयों को छूती हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है अंशिका वर्मा की, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी परीक्षा क्रैक कर एक मिसाल कायम की है।

 

अंशिका वर्मा की प्रारंभिक जिंदगी

अंशिका वर्मा का जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ। उनके पिता सरकारी नौकरी में थे और वर्तमान में रिटायर हो चुके हैं, जबकि उनकी मां एक होममेकर हैं। अंशिका की प्रारंभिक शिक्षा नोएडा में हुई, जहाँ उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, उन्होंने नोएडा के ही एक प्रतिष्ठित कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशंस में बीटेक की डिग्री प्राप्त की।

 

UPSC की तैयारी की शुरुआत

बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद अंशिका ने अपने करियर की दिशा तय करने के लिए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। अंशिका ने फैसला किया कि वे इस परीक्षा के लिए किसी भी कोचिंग का सहारा नहीं लेंगी। उनके पास आत्म-अध्ययन और लगन के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था। इस कठिन यात्रा में उन्होंने खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दिया।

 

कठिनाइयाँ और संघर्ष

अंशिका के आत्म-शिक्षण के दौरान कई चुनौतियाँ आईं। वे खुद को और अधिक प्रभावी तरीके से तैयार करने के लिए निरंतर अपनी कमजोरियों पर काम करती रहीं। अपनी तैयारी की प्रक्रिया में अंशिका ने कई बार हार मानने का विचार किया, लेकिन उनकी दृढ़ संकल्प और मेहनत ने उन्हें कभी हार मानने नहीं दिया। अंशिका ने अपनी रणनीति को नियमित रूप से संशोधित किया और नए तरीकों को अपनाते हुए अपनी तैयारी को जारी रखा।

 

दूसरी बार में मिली सफलता

अंततः, अंशिका वर्मा की मेहनत का फल मीठा साबित हुआ। उन्होंने अपनी दूसरी कोशिश में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास कर लिया और 136वां रैंक हासिल किया। उनके इस शानदार प्रदर्शन के बाद, उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चयनित किया गया। अंशिका वर्मा की सफलता ने साबित कर दिया कि आत्म-विश्वास, मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

 

सोशल मीडिया पर सक्रियता और प्रेरणा

अंशिका वर्मा न केवल अपने प्रोफेशनल करियर में बल्कि सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं। वे अपनी कहानी और अनुभव साझा कर युवाओं को प्रेरित करती हैं। उनके द्वारा साझा की गई जानकारी और सुझावों से कई लोग प्रेरित हो रहे हैं और अपनी तैयारी में नई ऊर्जा और दिशा प्राप्त कर रहे हैं।

 

अंशिका वर्मा की कहानी यह सिखाती है कि सच्ची मेहनत और आत्म-विश्वास से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। उनकी यात्रा ने यह प्रमाणित किया है कि सफलता केवल संसाधनों पर निर्भर नहीं होती, बल्कि इसे प्राप्त करने की इच्छा और संघर्ष की भावना पर आधारित होती है।

 

अंशिका वर्मा के इस प्रेरणादायक सफर से हम सभी को यह सीखने को मिलता है कि अपनी मेहनत और लगन से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है और अपने सपनों को साकार किया जा सकता है।

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