हरियाणा में फर्जी वीजा बनाने वाले आरोपी की गिरफ्तारी : 24.55 लाख की धोखाधड़ी का मामला

हरियाणा में फर्जी वीजा बनाने वाले आरोपी की गिरफ्तारी : 24.55 लाख की धोखाधड़ी का मामला

हरियाणा के फरीदाबाद में एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां फर्जी वीजा बनाकर विदेश भेजने का झांसा देने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस मामले में राकेश कुमार नाम के व्यक्ति को पकड़ा है, जो हरिद्वार का निवासी है। इस आरोपी पर आरोप है कि उसने और उसके साथियों ने फरीदाबाद के दो व्यक्तियों से 24.55 लाख रुपये की ठगी की।

मामला कैसे उजागर हुआ?

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बल्लभगढ़ सिटी थाने में पांच जुलाई 2023 को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों से उसकी पहली मुलाकात सितंबर 2021 में हुई थी। उन्होंने पीड़ित को भरोसा दिलाया कि वह उसे आयरलैंड में स्टोर में नौकरी दिलवा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने पीड़ित से 24.55 लाख रुपये की बड़ी राशि वसूल की।

 

फर्जी वीजा और धोखा

शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपियों ने उसे आयरलैंड का एक फर्जी वीजा बनाकर दिया और यह भी बताया कि उनकी यात्रा की टिकट सात जनवरी को बुक की गई है। जब शिकायतकर्ता और उसका साथी हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो आरोपियों ने फोन करके उन्हें बताया कि उनकी टिकट रद्द कर दी गई है और उन्हें फिर से यात्रा के लिए समय दिया गया है। यह सिलसिला दो-तीन बार हुआ, जिसके बाद आरोपियों ने पीड़ित का फोन उठाना बंद कर दिया।

 

पुलिस की कार्रवाई

इस धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाई और शिकायत के आधार पर जांच शुरू की। पहले चरण में, पुलिस ने एक अन्य आरोपी सतेंद्र को चार सितंबर 2023 को गिरफ्तार किया। उसके बाद राकेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।

 

शिकायतकर्ता की स्थिति

पीड़ित ने अपनी मेहनत की कमाई को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया था, लेकिन उसे जो धोखा मिला, उससे उसकी आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से पीड़ित को कुछ राहत मिली है, लेकिन यह सवाल उठता है कि ऐसे फर्जी वीजा रैकेटों के खिलाफ प्रशासन क्या कदम उठा रहा है।

यह घटना केवल फरीदाबाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में फर्जी वीजा बनाने और विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोहों की बढ़ती गतिविधियों की ओर इशारा करती है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस प्रकार के मामलों पर कठोर दृष्टि रखें और लोगों को जागरूक करें। नागरिकों को भी सजग रहना चाहिए और इस तरह के प्रस्तावों से बचना चाहिए जो उन्हें आकर्षक लेकिन असत्य लगते हैं।

 

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी प्रकार की नौकरी या वीजा की पेशकश करने से पहले सटीक जानकारी और सही संस्थानों से संपर्क करना कितना महत्वपूर्ण है। भविष्य में ऐसी ठगी से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाना जरूरी है।

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