गाजीपुर में ट्रेन डिरेल की साजिश का मामला : रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा फंसा
गाजीपुर सिटी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर मिला लकड़ी का टुकड़ा
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन में लकड़ी का एक बड़ा टुकड़ा फंसने से हड़कंप मच गया। यह घटना गाजीपुर सिटी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर हुई, जहां पर रखा लकड़ी का टुकड़ा ट्रेन के इंजन में फंस गया। इस तकनीकी खराबी के कारण ट्रेन को करीब दो घंटे तक खड़ा रहना पड़ा।
हादसा टला, लेकिन जांच जारी
सौभाग्य से, ड्राइवर ने समय पर सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन को रोक दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। घटनास्थल पर आरपीएफ, जीआरपी, सिविल पुलिस और तकनीकी इंजीनियर्स की टीम ने पहुंचकर जांच की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रेलवे ट्रैक पर रखा गया था, जो ट्रेन के पहियों से होते हुए इंजन में फंस गया।
डिरेल करने की साजिश का शक
यह घटना कानपुर में हाल ही में कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश के खुलासे के बाद आई है, जहां असामाजिक तत्वों ने ट्रैक पर गैस सिलेंडर रख दिया था। गाजीपुर की इस घटना के बाद जांच टीम को शक है कि यह ट्रेन को डिरेल करने की साजिश हो सकती है। रेलवे के अभियंता की तहरीर पर कोतवाली गाजीपुर में एफआईआर दर्ज की गई है, और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
पिछली घटनाओं का संदर्भ
गाजीपुर के एसपी सिटी, ज्ञानेंद्र नारायण ने इस घटना की पुष्टि की है और कहा है कि थाना कोतवाली गाजीपुर में रेलवे अभियंता की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, जैसे कि पटरी पर बड़े-बड़े पत्थर रखे गए थे। यह घटनाएं सुरक्षा में गंभीर चूक और संभावित साजिश को उजागर करती हैं, जिससे रेलवे विभाग को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
पुलिस और रेलवे विभाग की कार्रवाइयाँ
घटना के बाद रेलवे विभाग और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विस्तृत जांच की और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक कदम उठाए। पुलिस ने इस संदर्भ में लोगों से अपील की है कि वे अगर ट्रैक पर किसी भी संदिग्ध वस्तु को देखें, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।
गाजीपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन में लकड़ी का टुकड़ा फंसना एक गंभीर सुरक्षा खतरे का संकेत है। यह घटना यह दर्शाती है कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता है। यदि इस घटना को डिरेल करने की साजिश के रूप में देखा जाता है, तो इससे संबंधित अपराधियों को पकड़ने और उन्हें कड़ी सजा देने की आवश्यकता है। रेलवे विभाग और पुलिस विभाग को मिलकर ऐसे खतरों से निपटने के लिए और ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसे किसी भी संभावित खतरे को समय पर निपटा जा सके।