चंडीगढ़ में ग्रेनेड हमला : पुलिस ने आरोपियों की पहचान की, जानें पूरी कहानी
आरोपियों की पहचान और भागने की रणनीति
चंडीगढ़ के एक प्रमुख क्षेत्र में कोठी पर ग्रेनेड से हमला करने वाले दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है। दोनों आरोपियों के अमृतसर के निवासी होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि इन आरोपियों ने वारदात के बाद सेक्टर 18 में एक ऑटो चालक को 500 रुपये देकर छोड़ दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक आरोपी का नाम रोहन मसीह है, जो अमृतसर के गांव पाशियां का निवासी है। विशेष रूप से, इस हमले की जिम्मेदारी एक आतंकवादी हैप्पी पाशियां ने ली है, जो भी इसी गांव का निवासी है।
वारदात की रात की कहानी
9 सितंबर को, आरोपी वोल्वो बस से चंडीगढ़ पहुंचे थे और उन्होंने हमला करने से पहले सेक्टर 10 में स्थित कोठी की रेकी भी की थी। वोल्वो बस के कंडक्टर ने पुलिस को जानकारी दी है कि आरोपियों ने जालंधर से बस में चढ़े थे और बस के दौरान अपनी टी-शर्ट भी बदल दी थी। इसके बाद, आरोपियों ने ऑटो में भी टी-शर्ट बदलने की योजना बनाई थी ताकि उनकी पहचान छिपाई जा सके।
हमले के बाद की कार्रवाई
हमले के बाद, आरोपियों ने ऑटो चालक को कहा कि उन्हें सेक्टर 10 में एक चक्कर लगाकर वापस आना है। इसके लिए, उन्होंने चालक को 500 रुपये देने की पेशकश की थी। जब ऑटो सेक्टर 18 में पहुंचा और रेड लाइट पर रुक गया, तो आरोपियों ने ऑटो चालक से रेड लाइट जंप करने को कहा, लेकिन चालक ने मना कर दिया। इसके बाद, आरोपियों ने 500 रुपये का नोट फेंककर और तेज़ी से भागने की योजना बनाई। पुलिस ने अब तक इस इलाके का सीसीटीवी फुटेज भी अपने कब्जे में ले लिया है।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी कदम
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और यूएपीए (UAPA) के तहत केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है और पुलिस द्वारा आरोपियों के अन्य सहयोगियों और संभावित साजिशकर्ताओं की तलाश की जा रही है।
हमले की वजह की अनिश्चितता
इस हमले की असली वजह अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। हालांकि, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी संभव पहलुओं की जांच शुरू कर दी है। आंतरिक जांच और सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
चंडीगढ़ में हुए इस ग्रेनेड हमले ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। हालांकि, इस घटना के पीछे की वजह और पूरे षड्यंत्र की गहराई में जाकर पता लगाना अभी बाकी है। इस मामले के खुलासे के बाद ही स्पष्ट होगा कि इस हमले के पीछे कौन-कौन से तत्व शामिल हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।