हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 : सिरसा सीट पर गोपाल कांडा के खिलाफ गोकुल सेतिया का मुकाबला
सिरसा विधानसभा सीट पर एक नया राजनीतिक मुकाबला
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में सिरसा सीट पर एक दिलचस्प राजनीतिक मुकाबला देखने को मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने इस बार सिरसा विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा का नामांकन वापस ले लिया है और हलोपा के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे दिया है। गोपाल कांडा को इस सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का भी समर्थन प्राप्त है।
अब इस सीट पर कांग्रेस के गोकुल सेतिया और गोपाल कांडा के बीच मुकाबला होगा। गोकुल सेतिया इस बार पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में हैं और उनका मुख्य लक्ष्य सिरसा सीट पर जीत हासिल करना है।
2019 के चुनाव का इतिहास और इस बार की तैयारी
2019 के विधानसभा चुनाव में गोकुल सेतिया ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था और गोपाल कांडा से केवल 603 वोटों से हार गए थे। इस बार गोकुल सेतिया कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस ने उन्हें सिरसा सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित किया है। गोकुल सेतिया के पास अपने पूर्व विधायक दादा लक्ष्मण दास अरोड़ा की राजनीतिक विरासत है, जो पांच बार सिरसा से विधायक रह चुके हैं।
गोकुल की मां सुनीता सेतिया ने 2014 में बीजेपी के टिकट पर सिरसा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गई थीं। इस बार गोकुल सेतिया ने कांग्रेस ज्वाइन की है और पार्टी ने उन्हें सिरसा सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। गोकुल सेतिया ने इस बार पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं और उनका लक्ष्य सिरसा सीट पर जीत हासिल करना है।
गठबंधन का प्रभाव और मतदाता की राय
सिरसा सीट पर तीन दलों का गठबंधन गोपाल कांडा के पक्ष में है, जिसमें बीजेपी, इनेलो और बसपा शामिल हैं। इस गठबंधन के बावजूद, कांग्रेस के गोकुल सेतिया अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं और क्षेत्र में अपने समर्थन को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि तीन दलों का समर्थन प्राप्त होने के बाद भी गोपाल कांडा को जनता का कितना समर्थन मिलता है। कांग्रेस के गोकुल सेतिया ने अपनी चुनावी रणनीति में स्थानीय मुद्दों और विकास के एजेंडे को प्राथमिकता दी है। उनका कहना है कि वे सिरसा के विकास के लिए काम करेंगे और लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
चुनावी मैदान में गोकुल सेतिया की चुनौती
गोकुल सेतिया के सामने इस बार एक कठिन चुनौती है, लेकिन वे अपनी मेहनत और राजनीतिक अनुभव के बल पर चुनाव जीतने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में पेश किया है, जो पार्टी के लिए सिरसा सीट पर जीत की संभावना को बढ़ा सकता है।
सिरसा में आगामी चुनाव इस बात पर निर्भर करेगा कि मतदाता किसे अपनी पसंद मानते हैं और किस प्रत्याशी को अपने विकास के एजेंडे के लिए वोट देते हैं। चुनावी माहौल गर्म है और हर पार्टी अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में सिरसा की सीट पर यह मुकाबला निश्चित ही राज्य की राजनीति को नया मोड़ दे सकता है और चुनाव परिणामों का इंतजार करना दिलचस्प रहेगा।