हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 : राव नरबीर सिंह का बड़ा बयान, सीएम पद की दौड़ से बाहर
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नजदीक आते ही राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। इस बीच, हरियाणा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और तीन बार के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने एक बड़ा बयान देकर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व पहले ही नायब सिंह सैनी को सीएम चेहरा घोषित कर चुका है।
राव नरबीर सिंह का बयान: सीएम बनने की आकांक्षा नहीं
मीडिया से बातचीत करते हुए राव नरबीर सिंह ने कहा, “केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही नायब सिंह सैनी को सीएम चेहरे के रूप में घोषित कर दिया है। मुझे नहीं लगता कि वे अब इसे बदलेंगे। मैं इसकी दौड़ में नहीं हूं।” यह बयान इस बात का संकेत है कि राव नरबीर सिंह ने अपनी राजनीति की दिशा को समझ लिया है और वे अब सीएम पद की महत्वाकांक्षा से परे जाकर राज्य के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
गुरुग्राम पर ध्यान केंद्रित करने की योजना
राव नरबीर सिंह ने आगे कहा कि वह अब अपने गृहनगर गुरुग्राम पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह मंत्री पद की दौड़ में हैं, लेकिन उनके मुख्य उद्देश्य शहर की स्थिति में सुधार करना है। सिंह ने स्वीकार किया कि गुरुग्राम के बुनियादी ढांचे की स्थिति खराब है और वहां की सड़कें, यातायात संकट, जलजमाव जैसी समस्याएँ चिंता का विषय हैं।
गठबंधन पर निशाना
राव नरबीर सिंह ने जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) के साथ गठबंधन को शहर के बुनियादी ढांचे की समस्याओं का मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा, “गुरुग्राम अब ‘कचरा डंप’ में बदल गया है। पिछले 5 सालों में शहर ठप हो गया है और विकास की गति भी उलट गई है।” उनका कहना है कि 2014 से 2019 तक बीजेपी की बहुमत सरकार ने विकास की गति को बढ़ाया था, लेकिन 2019 के बाद जेजेपी के साथ गठबंधन के चलते स्थिति बिगड़ गई।
आगामी चुनावों की महत्ता
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है, और परिणामों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी। इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के भीतर नेतृत्व के मुद्दे को लेकर चर्चा कर रहे हैं। राव नरबीर सिंह का बयान यह दर्शाता है कि पार्टी में सीएम पद को लेकर स्थिति स्पष्ट है, और अब सभी दावेदार नायब सिंह सैनी के समर्थन में एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं।
राव नरबीर सिंह का यह बयान हरियाणा की राजनीति में नई दिशा दिखाता है। सीएम पद की दौड़ से बाहर होने की घोषणा करने के बाद, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका मुख्य ध्यान गुरुग्राम की स्थिति को सुधारने पर है। यह चुनाव बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है, और राव नरबीर सिंह का यह बयान पार्टी के भीतर एकजुटता को बढ़ाने का प्रयास हो सकता है। अब देखना यह है कि आने वाले चुनावों में हरियाणा की जनता किस दिशा में वोट देती है।