हरियाणा विधानसभा चुनाव : जुलाना सीट पर विनेश फोगाट के लिए चुनौतीपूर्ण मुकाबला

हरियाणा विधानसभा चुनाव : जुलाना सीट पर विनेश फोगाट के लिए चुनौतीपूर्ण मुकाबला

जुलाना सीट : कांग्रेस की निगाहें और विनेश फोगाट की चुनौती

हरियाणा विधानसभा चुनाव के संदर्भ में जुलाना सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार और ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट के लिए चुनावी दंगल कठिन साबित हो सकता है। कांग्रेस पार्टी ने इस बार जाट समुदाय में प्रभावी पहलवान विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है, जो कि राज्य में जाटों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के बीच लोकप्रियता के चलते एक महत्वपूर्ण चुनावी दांव साबित हो सकता है। हालांकि, जुलाना सीट पर जीत हासिल करना कांग्रेस के लिए इतना आसान नहीं है।

 

जुलाना सीट की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

जुलाना सीट हरियाणा के जाट बहुल बांगर क्षेत्र में स्थित है, और यह क्षेत्रीय पार्टियों जैसे इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) और जननायक जनता पार्टी (JJP) का गढ़ रहा है। पिछले 15 वर्षों से इस सीट पर इनेलो और जेजेपी का कब्जा रहा है। इनेलो के परमिंदर सिंह ने 2009 और 2014 में इस सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि 2019 में जेजेपी के अमरजीत ढांडा ने इस सीट पर कब्जा जमाया।

 

कांग्रेस ने 2000-2009 के बीच इस सीट पर कब्जा किया था, जब शेर सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार थे। लेकिन 2009 के बाद से कांग्रेस को जुलाना में जीत नहीं मिल पाई है। अब देखना यह है कि क्या विनेश फोगाट कांग्रेस को इस सीट पर पुनः जीत दिला सकते हैं।

 

विनेश फोगाट की लोकप्रियता और भाजपा के योगेश बैरागी से मुकाबला

कांग्रेस की ओर से इस बार जुलाना सीट पर प्रत्याशी बने विनेश फोगाट का मुकाबला बीजेपी के कैप्टन योगेश बैरागी से होगा। कैप्टन बैरागी वर्तमान में बीजेपी की युवा शाखा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पार्टी के हरियाणा खेल प्रकोष्ठ के सह-संयोजक हैं। इस प्रकार, यह मुकाबला केवल दो प्रमुख दलों के बीच नहीं, बल्कि खेल जगत और राजनीति की एक दिलचस्प संगम का भी प्रतीक है।

 

पेरिस ओलंपिक से अप्रत्याशित रूप से अयोग्य ठहराए जाने के बाद, पूर्व पहलवान विनेश फोगाट का कांग्रेस में प्रवेश पार्टी के लिए एक बड़ा लाभकारी कदम हो सकता है। विनेश की जाट आबादी, किसानों, महिलाओं और युवाओं में लोकप्रियता को देखते हुए, कांग्रेस को इस सीट पर जीत हासिल करने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

 

हरियाणा की जाट आबादी और चुनावी समीकरण

हरियाणा की कुल 37 विधानसभा सीटों पर 20 फीसदी से ज्यादा जाट आबादी है। इन सीटों में से अधिकांश रोहतक और हिसार प्रशासनिक प्रभाग में आती हैं। इनमें चार सीटें जीटी रोड बेल्ट में और तीन सीटें ब्रज क्षेत्र में हैं। ये सीटें विधानसभा की कुल ताकत का लगभग 40 प्रतिशत हैं।

 

अगर कांग्रेस जाट समुदाय का समर्थन हासिल करने में सफल होती है, तो यह पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण जीत साबित हो सकती है। विनेश फोगाट की लोकप्रियता और जाट समुदाय में उनके प्रभाव से कांग्रेस को इस चुनावी दंगल में बढ़त मिल सकती है।

 

जुलाना सीट पर चुनावी मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक महत्वपूर्ण बिंदु बन चुका है। कांग्रेस के लिए यह सीट वापस हासिल करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन विनेश फोगाट की लोकप्रियता और जाट समुदाय का समर्थन पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है। आने वाले दिनों में इस सीट पर क्या परिणाम निकलता है, यह देखना दिलचस्प होगा।

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