हरियाणा विधानसभा चुनाव : कांग्रेस को मिला बड़ा समर्थन, बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़ी
बीजेपी को बड़ा झटका, कांग्रेस में शामिल हुए तीन दिग्गज नेता
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के बीच की उठापटक और भी तेज हो गई है। भाजपा को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक बड़ा झटका लगा है, जब पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है। बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र से टिकट कटने के बाद बागी हुए पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी, पूर्व मंत्री और करनाल से दो बार विधायक रहे जयप्रकाश गुप्ता, और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निर्मला तंवर ने हाल ही में कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
बीजेपी के पूर्व विधायक और मंत्री का कांग्रेस में शामिल होना
बाढड़ा विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद सुखविंद्र मांढी ने भाजपा से बगावत कर दी और कांग्रेस का हाथ थाम लिया। सुखविंद्र मांढी पूर्व मंत्री अतर सिंह मांढी के पौत्र हैं और उनकी इस राजनीतिक चाल ने भाजपा के भीतर एक हलचल मचा दी है। भाजपा ने बाढड़ा से उमेद पातुवास को टिकट दिया है, जिससे सुखविंद्र मांढी को पार्टी से असंतोष हुआ और उन्होंने कांग्रेस की ओर रुख कर लिया।
सुखविंद्र मांढी के साथ ही, करनाल से दो बार विधायक रहे जयप्रकाश गुप्ता ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है। जयप्रकाश गुप्ता की भाजपा में उपेक्षा और उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा न करने के चलते उन्होंने कांग्रेस की ओर कदम बढ़ाया है। उनकी इस पार्टी परिवर्तन से कांग्रेस को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक लाभ हो सकता है, जिससे उनकी चुनावी संभावनाओं को मजबूती मिल सकती है।
भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य का पार्टी छोड़ना
इसके अलावा, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निर्मला तंवर ने भी भाजपा को अलविदा कह दिया है। हालांकि, निर्मला तंवर की नई पार्टी के बारे में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन उनके भाजपा छोड़ने से पार्टी के भीतर असंतोष और गहरे होते संकट को उजागर किया है।
चुनावी समर में बढ़ी कांटेदार प्रतिस्पर्धा
हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। ऐसे में बागी नेताओं के पार्टी बदलने की घटनाओं से राजनीतिक माहौल में गर्मी आ गई है। भाजपा के भीतर चल रहे अंतर्विरोध और पार्टी के प्रति असंतोष ने इन नेताओं को कांग्रेस की ओर प्रेरित किया है। इस स्थिति में कांग्रेस को उम्मीद है कि ये नए नेता पार्टी की चुनावी रणनीति को और भी प्रभावी बना सकते हैं।
कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वह अपने राजनीतिक कुनबे को मजबूत करे और भाजपा के बागी नेताओं के अनुभव और लोकप्रियता का लाभ उठाए। इससे कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं को एक नई दिशा मिल सकती है, खासकर जब हरियाणा में सियासी माहौल बेहद प्रतिस्पर्धात्मक हो गया है।
आगे की दिशा और संभावनाएं
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, सभी पार्टियों की नजरें हरियाणा विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई हैं। बीजेपी के दिग्गज नेताओं का कांग्रेस में शामिल होना एक बड़ा संकेत है कि आगामी चुनावों में खेल कुछ अलग हो सकता है। कांग्रेस अब इन नए शामिल हुए नेताओं के साथ मिलकर अपने चुनावी रणनीति को और भी प्रभावी बना सकती है, जिससे भाजपा के लिए चुनौती बढ़ सकती है।
सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच इस तरह की घटनाएं चुनावी पटल पर एक नया मोड़ दे सकती हैं। गज्जन सिंह, जयप्रकाश गुप्ता, और सुखविंद्र मांढी जैसे दिग्गज नेताओं का पार्टी बदलना आगामी चुनावों में एक अहम भूमिका निभा सकता है और हरियाणा की राजनीति में नई दिशा तय कर सकता है।