हरियाणा विधानसभा चुनाव : JJP ने 4 कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों पर आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत की

हरियाणा विधानसभा चुनाव : JJP ने 4 कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों पर आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत की

शिकायत की पृष्ठभूमि

हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, जननायक जनता पार्टी (JJP) ने चुनाव आयोग को एक महत्वपूर्ण शिकायत दर्ज कराई है। JJP ने चार उम्मीदवारों पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। इन उम्मीदवारों में कांग्रेस पार्टी के दो और निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं। JJP का आरोप है कि इन उम्मीदवारों ने समाज सेवा के नाम पर आचार संहिता का उल्लंघन किया है और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया है।

 

आचार संहिता उल्लंघन का आरोप

JJP ने चुनाव आयोग को बताया कि चार उम्मीदवार धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों तक मुफ्त बस सेवा का लालच देकर मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं। शिकायत के अनुसार, महम से निर्दलीय प्रत्याशी बलराज कुंडू, सफीदों से कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष गांगुली, समालखा से कांग्रेस उम्मीदवार धर्म सिंह छौक्कर और आजाद उम्मीदवार रविंद्र मछरौली के खिलाफ यह शिकायत की गई है। JJP का दावा है कि इन उम्मीदवारों ने समाज सेवा के बहाने आचार संहिता का उल्लंघन किया है और वोटरों को फ्री बस सेवा का लालच दिया है, जिससे चुनावी निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न उठ रहा है।

 

चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया की उम्मीद

JJP द्वारा चुनाव आयोग को दी गई इस शिकायत ने चुनावी माहौल में नई उथल-पुथल मचा दी है। आयोग पर इस मामले की गहन जांच करने और उचित कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है। चुनाव आयोग ने आम तौर पर आचार संहिता के उल्लंघन की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ऐसे मामलों पर त्वरित और कठोर कार्रवाई की है। इस शिकायत के बाद, यह देखना होगा कि आयोग कितनी जल्दी इस मामले की जांच करता है और क्या उन उम्मीदवारों के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है।

 

उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया

संबंधित उम्मीदवारों ने JJP द्वारा लगाए गए आरोपों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता इन आरोपों को राजनीति की एक चाल मान सकते हैं और इसे चुनावी खेल का हिस्सा मान सकते हैं। इस प्रकार की स्थिति में, उम्मीदवारों के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वे अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का नकारात्मक असर कम करने के लिए उचित तरीके अपनाएं और अपने चुनावी अभियान को सही दिशा में जारी रखें।

हरियाणा विधानसभा चुनाव के संदर्भ में JJP की यह शिकायत एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गई है। आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप और मुफ्त बस सेवा के लालच का मामला चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है। चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया और इस मामले में की जाने वाली कार्रवाई यह तय करेगी कि चुनावी माहौल में किसी भी प्रकार की अनियमितता को कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। यह भी दर्शाता है कि चुनावी राजनीति में नियमों और कानूनों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है, ताकि लोकतंत्र की मूल भावना बरकरार रह सके।

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