इजरायल पर हूती विद्रोहियों का मिसाइल हमला : एयर डिफेंस सिस्टम नाकाम

इजरायल पर हूती विद्रोहियों का मिसाइल हमला : एयर डिफेंस सिस्टम नाकाम

हूती विद्रोहियों का लंबी दूरी का मिसाइल हमला

इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर 16 सितंबर को यमन के हूती विद्रोहियों ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। यह हमला इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुआ, जो इस बार नाकाम रहा। मिसाइल ने मध्य इजरायल में गिरकर एक खुले क्षेत्र में आग लगा दी, हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा जल्द ही सामान्य संचालन पर लौट आया।

 

सायरन बजने से मची अफरा-तफरी

हूती विद्रोहियों द्वारा मिसाइल हमले के बाद तेल अवीव और अन्य शहरों में सायरन बजने लगे। सायरन की आवाज सुनते ही लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे, जिससे शहर में अफरा-तफरी मच गई। आईडीएफ ने कहा कि मिसाइल के गिरने से किसी की जान नहीं गई, लेकिन घटना ने नागरिकों में भय और चिंता पैदा कर दी। यह पहला मौका नहीं है जब इजरायल ने इस प्रकार के हमले का सामना किया है, लेकिन इस बार आयरन डोम की विफलता ने चिंता को और बढ़ा दिया है।

 

हिज्बुल्लाह द्वारा किए गए हमले का पूर्वानुमान

इससे पहले शनिवार को लेबनान के आतंकवादी समूह हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर 1307 ड्रोन और सैकड़ों रॉकेटों से हमला किया था। हिज्बुल्लाह के अनुसार, सभी ड्रोन इजरायली लक्ष्यों पर सटीक तरीके से गिरे, लेकिन इजरायल का दावा है कि उनके आयरन डोम सिस्टम ने अधिकांश ड्रोन और रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर दिया। बचे हुए रॉकेट और ड्रोन खुले क्षेत्रों में गिरे, जिससे कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ। हिज्बुल्लाह ने इजरायल से गाजा में जारी सैन्य कार्रवाई को रोकने की मांग की है।

 

गाजा में बढ़ती हिंसा और प्रदर्शनों की लहर

गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई लगातार जारी है, जिसके परिणामस्वरूप हाल ही में कई हवाई हमले किए गए हैं। शनिवार की रात हुए हवाई हमलों में कम से कम 14 लोग मारे गए और कई लोग घायल हुए। इनमें से एक हमले में तीन महिलाओं और चार बच्चों समेत 11 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। इस हिंसा ने गाजा में मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है, खासकर बच्चों के लिए स्थिति गंभीर हो गई है।

 

इजरायल में प्रदर्शन और राजनीतिक दबाव

गाजा में बढ़ती हिंसा और बंधकों की स्थिति को लेकर इजरायल की सड़कों पर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारी इजरायल सरकार से बंधकों की तुरंत रिहाई और गाजा में सैन्य कार्रवाई की समाप्ति की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पूरी सरकार से इस्तीफे की भी मांग की है। बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों और दोस्तों का डर है कि यदि युद्ध लंबा चलता है तो बंधकों की स्थिति और खराब हो सकती है।

 

यह घटनाक्रम एक बार फिर यह दिखाता है कि मध्य पूर्व में तनाव और हिंसा की स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। हूती विद्रोहियों द्वारा इजरायल पर किए गए मिसाइल हमले और हिज्बुल्लाह द्वारा ड्रोन हमलों के साथ-साथ गाजा में बढ़ती हिंसा ने क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति को और जटिल बना दिया है। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि क्षेत्रीय संघर्ष और सुरक्षा मुद्दों पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है, और इसका समाधान केवल सैन्य कार्रवाई से नहीं बल्कि राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से ही निकाला जा सकता है।

Leave a Comment