नरमा का भाव : किसानों के लिए बड़ी राहत, तेजी आई कीमतों में
किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। हाल ही में अनाज मंडियों में नरमा के भाव में भयंकर तेजी देखी गई है, विशेष रूप से हरियाणा और राजस्थान की मंडियों में। यह तेजी किसानों को अपनी फसल का बेहतर मूल्य मिलने की उम्मीद जगा रही है, जिससे उनका आर्थिक स्वास्थ्य मजबूत हो सकता है।
हरियाणा की मंडियों में नरमा के भाव
हरियाणा की प्रमुख मंडियों में नरमा के दामों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सिरसा मंडी में नरमा का भाव 7551 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है, जो किसानों के लिए एक राहत का संकेत है। इसके अलावा, बरवाला मंडी में नरमा 6845 से 6980 रुपये प्रति क्विंटल, भट्टू मंडी में 6620 से 6870 रुपये प्रति क्विंटल, सिवानी मंडी में 7450 रुपये प्रति क्विंटल, और उचाना मंडी में 7650 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास बिक रहा है।
अन्य मंडियों के भाव
– आदमपुर मंडी : 7540 से 7412 रुपये प्रति क्विंट
– ऐलनाबाद मंडी : 6740 से 7250 रुपये प्रति क्विंटल
– फतेहाबाद मंडी : 7640 से 7050 रुपये प्रति क्विंटल
इस तरह की बढ़ती कीमतें किसानों के लिए उत्साहजनक हैं, क्योंकि इससे उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिल रहा है।
राजस्थान में नरमा के भाव
राजस्थान में भी नरमा के भाव में तेजी आई है। श्रीगंगानगर मंडी में नरमा 8470 से 7250 रुपये प्रति क्विंटल के बीच बिक रहा है, जबकि घड़साना मंडी में इसकी कीमत 7840 से 7250 रुपये प्रति क्विंटल है।
अन्य प्रमुख मंडियों के भाव
– श्री विजयनगर मंडी : 7690 से 7070 रुपये प्रति क्विंटल
– नोहर मंडी : 8120 से 7250 रुपये प्रति क्विंटल
– साडासर मंडी : 7845 से 7250 रुपये प्रति क्विंटल
– गजसिंघपुर मंडी : 6680 से 7250 रुपये प्रति क्विंटल
– सूरतगढ़ मंडी : 6435 से 7357 रुपये प्रति क्विंटल
– गोलूवाला मंडी : 6762 से 7025 रुपये प्रति क्विंटल
इन कीमतों में वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि बाजार में नरमा की मांग बढ़ रही है, जो किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है।
किसानों की प्रतिक्रिया
किसान इस बढ़ोतरी को सकारात्मक रूप से देख रहे हैं और उनके चेहरे पर खुशी की झलक है। स्थानीय किसान संघों का कहना है कि यदि यह बढ़ती कीमतें बनी रहती हैं, तो इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि वे आने वाले सीजन में बेहतर फसल की तैयारी भी कर सकेंगे।
नरमा के भावों में आई तेजी किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो उन्हें उम्मीद दिलाता है कि उनकी मेहनत का फल मिल रहा है। हरियाणा और राजस्थान की मंडियों में तेजी से बढ़ते भावों से साफ है कि कृषि क्षेत्र में संभावनाएं मौजूद हैं। अब देखना यह है कि क्या ये भाव स्थायी रूप से बने रहेंगे या इनमें बदलाव होगा। किसानों को चाहिए कि वे इस अवसर का सही उपयोग करें और अपनी फसल की उचित बिक्री सुनिश्चित करें।